Join the medical profession at your own risk
निजी क्षेत्र की इतनी फीस को जायज ठहराने हेतु ज्यादा छात्रों को चयनित घोषित करना, लोगों की जेब से नकल करवाने के लिए लाखो रुपए की घूस को बढ़ावा देता है NEET 24 जैसे घोटाले इसकी परिणति नही, सिर्फ रास्ते का एक मील का पत्थर है, अगर अभी नही चेते तो कई छात्र इस धन लोलुपता की बलि चढ़ेंगे और जब इस जो छात्र इस शिक्षा को समझने के काबिल नही हैं, पैसे के बल पर डिग्री हासिल कर लेंगे तब सारे नागरिक भी इस ज्वाला से बच नहीं पाएंगे । NEET की इस त्रासदी को एक चेतावनी और सुधार के एक अवसर के रूप में लेकर हम इस के दर्द को न सिर्फ कम कर पाएंगे, बल्कि भारत के भविष्य को विकसित देशों जैसी भव्य लेकिन चरमराती चिकित्सा व्यवस्था से बचा पाएंगे।
The Unintended Consequences of Including Healthcare Services in Consumer Protection Laws
The inclusion of healthcare services within the ambit of consumer protection laws has ushered in unintended consequences, fundamentally altering the landscape of healthcare delivery. Here are some key reasons why this approach has proved to be counterproductive for society. The inclusion of healthcare services into consumer protection laws has yielded adverse effects, undermining access to quality care, jeopardizing the livelihoods of healthcare professionals, and diverting attention from addressing systemic inefficiencies. As we navigate the complexities of healthcare regulation, a balanced approach that prioritizes accountability while safeguarding the integrity of healthcare delivery is imperative.